स्वीकृति के एक साल बाद भी नहीं खुला
सरकारी बैंक
अनदेखी | बैंक खुलने समाचार पत्रों में निकल
चकुी है विज्ञप्ति व भवन मालिक से हो चकुा है अनुबंध
बैंक नहीं निकलने से व्यापारी सहित उपभोक्ता हो रह हैं परेशान
प्रिन्स प्रजापति,बैराड। नगर परिषद बैराड़ में राष्ट्रीयकृत भारतीय स्टेट बैंक की शाखा खोल जाने की
मांग काफी वर्षों से स्थानीय गणमान्य नागरिकों कर्मचारियों व्यापारियों द्वारा की जा रही है। जिस पर भारतीय स्टेट बैंक उच्च प्रबंधन द्वारा बैराड़ में एसबीआई की शाखा खोलन जाने के लिए प्रमुख समाचार पत्रों में भवन किराए से लिए जान की विज्ञप्ति प्रकाशित की जिसे 1 बर्ष से अधिक का समय हो गया है। बैंक प्रबंधक द्वारा कस्बे में कई भवनों में से एक भवन अपनी सुविधानुसार चयन भी किया जा चुका है। वहीं भवन मालिक से भवन के संबंध बैंक प्रबंधन द्वारा नवीन भवन बनाने का अनुबंध भी किया जा चुका है।
नवीन भवन बैंक प्रबंधन के हिसाब स अनुबंध कर्ता द्वारा तैयार करा दिया गया है। इसके बाद
भी 1 वर्ष से अधिक समय हो जान के बाद भी नगर में बैंक की शाखा नहीं खुल पाई है। जिससे
उपभोक्ता परेशान बन हुए हैं।
बैराड़ में राष्ट्रीयकृत बैंक स्वीकृत होन के बाद भी नहीं खुलन से नगर के व्यापारी सहित बैंक के अन्य उपभोक्ता परेशान बन हुए हैं। उनका कहना है कि बैंक खोल जाने की प्रारंभिक कारवाई पूरी नहीं होन के कारण क्षेत्रीय बैंक उपभोक्ता व्यापारी कर्मचारी विद्यालय में छात्र-
छात्राएं परेशान हो रह हैं।
पेंशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष राम भरोसी लाल गुप्ता का कहना है कि सबसे ज्यादा परेशानी भारतीय स्टेट बैंक की शाखा नहीं होन से से वो निवत्त कर्मचारियों को अपनी पेंशन लने में 24 किमी दूर पोहरी जाना पड़ रहा है। ऐस में वृद्ध विकलांग एवं दिव्यांग पेंशन लने जाने में भारी परेशानी होती है।
आधार को बैंक खाते से लिंक करवाने के लिए तय करनी पड़ती है 24 किमी की दूरी
नगर में राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं खुलने से कई छोटे - छोटे कार्यों के लिए भी 24 किमी दूर पोहरी जाना पड़ता है ग्रामीणों को आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक करवाने के लिए पोहरी जाना पड़ता है ऐसे में नगर वासियों को बडी ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है साथ ही बैराड तहसील के ग्रामीणों कई छोटे - छोटे कार्यों के लिए भी बैराड से दूर जाना पड़ता है ऐसी स्थति में जल्द से जल्द राष्ट्रीयकृत बैंक का बैराड में खुलना अतिआवश्यक है जिससे कि क्षेत्र वासियों को राहत मिल सकती है
• इनका क्या कहना है.....
नगर में राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं खोलने से व्यापारियों को बहुत असुविधा हो रही है। बढ़े पैमेंट के लिए भागदौड़ करनी पड़ती है।
रामसेवक गुप्ता,व्यापारी
स्टेट बैंक शाखा बैराड़ में नहीं होने से शिक्षकों को अपना वेतन निकालने के लिए पोहरी व शिवपुरी जाकर समय व पैसा दोनों बर्बाद करने पड़ते हैं
अनिल श्रीवास्तव, शिक्षक बैराड़
• क्या कहते है शाखा प्रवंधक...
जून तक ब्रांच का काम हो सकता है शुरू
बैराड़ में ब्रांच का सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है,भवन भी बन चुका है, जून तक ब्रांच का काम शुरू हो सकता है।
प्रवीण पॉल, शाखा प्रबंधक एसबीआई बैंक
सरकारी बैंक
अनदेखी | बैंक खुलने समाचार पत्रों में निकल
चकुी है विज्ञप्ति व भवन मालिक से हो चकुा है अनुबंध
बैंक नहीं निकलने से व्यापारी सहित उपभोक्ता हो रह हैं परेशान
प्रिन्स प्रजापति,बैराड। नगर परिषद बैराड़ में राष्ट्रीयकृत भारतीय स्टेट बैंक की शाखा खोल जाने की
मांग काफी वर्षों से स्थानीय गणमान्य नागरिकों कर्मचारियों व्यापारियों द्वारा की जा रही है। जिस पर भारतीय स्टेट बैंक उच्च प्रबंधन द्वारा बैराड़ में एसबीआई की शाखा खोलन जाने के लिए प्रमुख समाचार पत्रों में भवन किराए से लिए जान की विज्ञप्ति प्रकाशित की जिसे 1 बर्ष से अधिक का समय हो गया है। बैंक प्रबंधक द्वारा कस्बे में कई भवनों में से एक भवन अपनी सुविधानुसार चयन भी किया जा चुका है। वहीं भवन मालिक से भवन के संबंध बैंक प्रबंधन द्वारा नवीन भवन बनाने का अनुबंध भी किया जा चुका है।
नवीन भवन बैंक प्रबंधन के हिसाब स अनुबंध कर्ता द्वारा तैयार करा दिया गया है। इसके बाद
भी 1 वर्ष से अधिक समय हो जान के बाद भी नगर में बैंक की शाखा नहीं खुल पाई है। जिससे
उपभोक्ता परेशान बन हुए हैं।
बैराड़ में राष्ट्रीयकृत बैंक स्वीकृत होन के बाद भी नहीं खुलन से नगर के व्यापारी सहित बैंक के अन्य उपभोक्ता परेशान बन हुए हैं। उनका कहना है कि बैंक खोल जाने की प्रारंभिक कारवाई पूरी नहीं होन के कारण क्षेत्रीय बैंक उपभोक्ता व्यापारी कर्मचारी विद्यालय में छात्र-
छात्राएं परेशान हो रह हैं।
पेंशनर एसोसिएशन के अध्यक्ष राम भरोसी लाल गुप्ता का कहना है कि सबसे ज्यादा परेशानी भारतीय स्टेट बैंक की शाखा नहीं होन से से वो निवत्त कर्मचारियों को अपनी पेंशन लने में 24 किमी दूर पोहरी जाना पड़ रहा है। ऐस में वृद्ध विकलांग एवं दिव्यांग पेंशन लने जाने में भारी परेशानी होती है।
आधार को बैंक खाते से लिंक करवाने के लिए तय करनी पड़ती है 24 किमी की दूरी
नगर में राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं खुलने से कई छोटे - छोटे कार्यों के लिए भी 24 किमी दूर पोहरी जाना पड़ता है ग्रामीणों को आधार कार्ड को बैंक खाते से लिंक करवाने के लिए पोहरी जाना पड़ता है ऐसे में नगर वासियों को बडी ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा है साथ ही बैराड तहसील के ग्रामीणों कई छोटे - छोटे कार्यों के लिए भी बैराड से दूर जाना पड़ता है ऐसी स्थति में जल्द से जल्द राष्ट्रीयकृत बैंक का बैराड में खुलना अतिआवश्यक है जिससे कि क्षेत्र वासियों को राहत मिल सकती है
• इनका क्या कहना है.....
नगर में राष्ट्रीयकृत बैंक नहीं खोलने से व्यापारियों को बहुत असुविधा हो रही है। बढ़े पैमेंट के लिए भागदौड़ करनी पड़ती है।
रामसेवक गुप्ता,व्यापारी
स्टेट बैंक शाखा बैराड़ में नहीं होने से शिक्षकों को अपना वेतन निकालने के लिए पोहरी व शिवपुरी जाकर समय व पैसा दोनों बर्बाद करने पड़ते हैं
अनिल श्रीवास्तव, शिक्षक बैराड़
• क्या कहते है शाखा प्रवंधक...
जून तक ब्रांच का काम हो सकता है शुरू
बैराड़ में ब्रांच का सर्वे कार्य पूर्ण हो चुका है,भवन भी बन चुका है, जून तक ब्रांच का काम शुरू हो सकता है।
प्रवीण पॉल, शाखा प्रबंधक एसबीआई बैंक
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