अंकित पाराशर पिछोर:- शहर में संचालित लिटिल एंजेल पब्लिक स्कूल ने करीब 50 से 60 बच्चों को परीक्षा से वंचित किया है जिसका कारण बच्चों के फीस का बताया गया है। चूंकि कुछ अभिभावकों द्वारा तत्काल फीस जमा करा दी गई थी उसके बावजूद बच्चों को परीक्षा में नहीं बैठने दिया जानकारी के मुताबिक छात्रा निष्ठा गुप्ता ने बताया कि मेरी पहले से कुछ फीस बकाया थी जिस कारण मुझे परीक्षा में नहीं बैठने दिया तो मैंने प्रिंसिपल सर से कहा कि आप मुझे अपना मोबाइल दे दीजिए जिससे मैं अपने पापा को कॉल करके बता दूं और वह फीस लेकर आएंगे और आपको दे देंगे तो प्रिंसिपल द्वारा छात्रा की अभिभावक से कोई बातचीत नहीं कराई गई जिस कारण छात्रा रोती रही। बिलखती रही ।किंतु प्रिंसिपल ने बातचीत नहीं कराई ।जिस कारण कुछ समय पश्चात छात्रा के चाचा रूपेश रोकडिया द्वारा फीस जमा करा दी उसके बावजूद परीक्षा नही । देने दी फिर बाद में रूपेश रोकडिया के साथ प्रिंसिपल ने अभद्रता के साथ बातचीत की और कहा कि मैं तो ऐसा ही हूं आपको जो करना है वह आप कर सकते हैं तब रूपेश ने पत्रकारों को बुलाकर पूरी जानकारी से अवगत कराया उसके बाद सभी पत्रकार विद्यालय के प्रिंसिपल से मिलने के लिए अंदर पहुंचे तो परिसर में ही मौजूद शिक्षक शादाब खान द्वारा पत्रकारों के साथ धक्का-मुक्की कर दी और कहा कि मुझे कोई पत्रकार नहीं लगते
अभद्रता के साथ बात करते हुए पत्रकारों को परिसर से बाहर निकाल दिया और कहा आप लोगों को और अभिभावकों को जो करना हो सो कर लेना मेरा कुछ नहीं हो बिगाड़ पाओगे । तब सभी पत्रकार रोष में आए ।और अनुविभागीय अधिकारी को इस संबंध में एक ज्ञापन देकर पत्रकारों के साथ बदसलूकी के मामले में कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन दिया ।फिर बाद में थाना प्रभारी अजय भार्गव जी को भी कार्रवाई करने के लिए एक आवेदन प्रस्तुत किया और थाना प्रभारी द्वारा कार्रवाई का आश्वासन दिया गया ।इस पूरे मामले में एक तथ्य सामने निकल कर आता है कि यदि पत्रकारों के साथ इस प्रकार की बदसलूकी होती रहेगी तो समाज में क्या मैसेज आएगा । इस कारण से पिछोर के सभी पत्रकार भारी आक्रोश में और कार्रवाई की मांग को लेकर चिंतित हैं ।
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