निर्णय कुछ भी हो देश का सामाजिक सौहार्द एवं सद्भाव बना रहे
शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेन्द्र शर्मा ने कल माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए जाने वाले श्री राम जन्मभूमि मामले के निर्णय पर देश के सभी निवासियों से संयम बरतने की अपील की है साथ ही निवेदन किया है कि देश के सभी निवासी माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए जाने दिए जाने वाले निर्णय को बड़े मन से स्वीकार करें ।
सुरेंद्र शर्मा ने कहा की माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कल श्री राम जन्मभूमि मामले में निर्णय दिया जाएगा देश को वर्षों से इस निर्णय की प्रतीक्षा थी क्योंकि इस मामले को चलते चलते कई साल हो चुके थे अब यह निर्णय आ रहा है यह निर्णय किसी पक्ष की हार या जीत का नहीं होगा यह निर्णय माननीय न्यायालय द्वारा विभिन्न पक्षों के पहलुओं तथ्य एवं प्रमाण के आधार पर होगा निर्णय जिस भी पक्ष के हक़ में आए दूसरे पक्ष को बड़े ही उदार मन से इस निर्णय को स्वीकार करना चाहिए। सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि जब श्री राम जन्म भूमि मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्णय आया था तब कुछ असामाजिक तत्वों ने देश का सामाजिक ताना-बाना बिगाड़ने की कोशिश की थी देश में शांति एवं सद्भाव बना रहे यह सभी की जिम्मेदारी है ।
सुरेन्द्र शर्मा ने लोगों से कहा कि सकता है किसी को निर्णय बहुत प्रिय लगे तो अति उत्साह में आकर किसी दूसरे पक्ष के मन को अप्रिय लगने वाली कोई बात ना तो कहें और ना ही सोशल मीडिया पर पोस्ट करें ,प्रभु श्री राम के राज्य के बारे में कहा गया है "दैहिक दैविक भौतिक तापा, रामराज काहू नहीं व्यापा" इसका मतलब स्पष्ट है कि प्रभु श्री राम के राज्य में सभी लोग परस्पर प्रेम से एक दूसरे का सम्मान करते हुए एक दूसरे को श्रद्धा से देखते हुए एक दूसरे की भावनाओं का आदर करते रहते थे
वहां कानून का राज्य था श्री राम जी की इच्छा अनुसार ही यह निर्णय आने वाला है जो निर्णय आए उसे सभी जन प्रभु श्री राम की इच्छा मानकर स्वीकार करें और देश की एकता और अखंडता को मजबूत रखने में अपना सहयोग प्रदान करें ।
शिवपुरी। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सुरेन्द्र शर्मा ने कल माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए जाने वाले श्री राम जन्मभूमि मामले के निर्णय पर देश के सभी निवासियों से संयम बरतने की अपील की है साथ ही निवेदन किया है कि देश के सभी निवासी माननीय उच्चतम न्यायालय द्वारा दिए जाने दिए जाने वाले निर्णय को बड़े मन से स्वीकार करें ।
सुरेंद्र शर्मा ने कहा की माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कल श्री राम जन्मभूमि मामले में निर्णय दिया जाएगा देश को वर्षों से इस निर्णय की प्रतीक्षा थी क्योंकि इस मामले को चलते चलते कई साल हो चुके थे अब यह निर्णय आ रहा है यह निर्णय किसी पक्ष की हार या जीत का नहीं होगा यह निर्णय माननीय न्यायालय द्वारा विभिन्न पक्षों के पहलुओं तथ्य एवं प्रमाण के आधार पर होगा निर्णय जिस भी पक्ष के हक़ में आए दूसरे पक्ष को बड़े ही उदार मन से इस निर्णय को स्वीकार करना चाहिए। सुरेन्द्र शर्मा ने कहा कि जब श्री राम जन्म भूमि मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय का निर्णय आया था तब कुछ असामाजिक तत्वों ने देश का सामाजिक ताना-बाना बिगाड़ने की कोशिश की थी देश में शांति एवं सद्भाव बना रहे यह सभी की जिम्मेदारी है ।
सुरेन्द्र शर्मा ने लोगों से कहा कि सकता है किसी को निर्णय बहुत प्रिय लगे तो अति उत्साह में आकर किसी दूसरे पक्ष के मन को अप्रिय लगने वाली कोई बात ना तो कहें और ना ही सोशल मीडिया पर पोस्ट करें ,प्रभु श्री राम के राज्य के बारे में कहा गया है "दैहिक दैविक भौतिक तापा, रामराज काहू नहीं व्यापा" इसका मतलब स्पष्ट है कि प्रभु श्री राम के राज्य में सभी लोग परस्पर प्रेम से एक दूसरे का सम्मान करते हुए एक दूसरे को श्रद्धा से देखते हुए एक दूसरे की भावनाओं का आदर करते रहते थे
वहां कानून का राज्य था श्री राम जी की इच्छा अनुसार ही यह निर्णय आने वाला है जो निर्णय आए उसे सभी जन प्रभु श्री राम की इच्छा मानकर स्वीकार करें और देश की एकता और अखंडता को मजबूत रखने में अपना सहयोग प्रदान करें ।
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