भरत साहू खनियाधाना :- उक्त कार्यक्रम का जे. पी. गुप्ता, एस. डी. एम. पिछोर ने विधिवत दीप प्रज्वलित कर उद्धघाटन किया | राघवेंद्र कुमार गुप्ता, अधिशासी अभियंता, अन्वेषण प्रभाग, राष्ट्रीय जल विकास अभिकरण, झासी द्वारा कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का स्वागत किया। तत्पश्चात केन-बेतवा नदी जोड़ परियोजना एवं लोअर ऊर परियोजना से क्षेत्र में होने वाले लाभ से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि इंजीनियर तो मात्र योजना बनाकर निर्माण करा सकते है परन्तु परियोजना का इष्टतम लाभ प्राप्त करने में प्रशासनिक अधिकारियों, जन प्रतिनिधियों एवं मीडिया की भूमिका अहम रहती है। जल संसाधन विभाग (म.प्र) शासन के कार्यपालन यंत्री आर. पी. गुप्ता ने भी लोअर ऊर परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उक्त कार्यक्रम में सुधाकर तिवारी, तहसीलदार, खनियांधाना, एवं नायाब तहसीलदार , एस. के. अग्रवाल, कार्यापलन यंत्री (MP), पंकज कुमार सेंगर, परियोजना प्रशासक, लोअर ओर परियोजना, हरिराम यादव जी, CMO खनियांधाना, जगत सिंह लोधी, सरपंच, हर्षपुरा, श्रीमती अवधेश कुमारी सरपंच गुरड़ के प्रतिनिधि, जगदीश बुंदेला सरपंच गोलाकोट के प्रतिनिधि, मनीराम यादव, बुन्देल यादव, धर्मपुरा, देवदास लोधी, कुंडोली, सरपंच के प्रतिनिधि ने भी भाग लिया| साथ ही संतोष शर्मा, अनिल पांडे वरिष्ठ पत्रकार, गणेश सोनी, बृजेंद्र चौबे, मयंक सिंघई, सुरेन्द्र पांडेय, दिनेश झां मुकेश प्रजापति एवं भरत साहू पत्रकार भी इस कार्यक्रम मे मौजूद थे
केन बेतवा लिंक परियोजना से जुड़े मुख्य बिंदु :-
केन बेतवा देश की 30 नदियों को जोड़ने हेतु शुरू की गयी नदी जोड़ों परियोजना में से एक है इसका मुख्य उद्देश्य सूखा ग्रस्त बुंदेलखंड क्षेत्र में सिंचाई सुविधा एवं पीने हेतु जल उपलब्ध करना है
● देश की पहली अत्यन्त महत्वपूर्ण महत्वाकांक्षी केन बेतवा लिंक परियोजना के क्रियान्वयन हेतु मध्यप्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार और संघ सरकार के मध्य सहमति जापन (एक ओ. ए) पर 22 मार्च 2021 को हस्ताक्षर किए गये। इसी क्रम में केंद्र सरकार द्वारा 8 दिसम्बर 2021 को कैन बैतवा नदी को जोड़ने की मंजूरी दे दी गयी ।
●8 साल में पूरी होने वाली इस परियोजना की लागत 44605 करोड़ रुपये है। जिसमें से 60% राशि केन्द्र सरकार वहन करेगी एवं 30% राशि लोन के रूप में उपलब्ध कराया जाएगा बाकी राशि म०प्र० व उo प्र०
सरकार वहन करेगी। इस परियोजना के पूरे होने पर मध्य प्रदेश के छतरपुर, टीकमगढ़ पन्ना सागर, दमोह, शिवपुरी एवं दतिया लाभान्वित होगे।
• इससे किसानों की आत्महत्या की दर पर अंकुश लगेगा और सिंचाई के स्थाई साधन प्रदान करके भूजल पर अत्यधिक निर्भरता को कम करके उनके स्थाई आजीविका सुनिश्चित होगी।
• इस परियोजना के प्रथम चरण में केन नदी पर दोधन गाँव के समीप 77 मी. ऊंचे बांध का निर्माण कर एक 221 किमी लम्बाई की नहर का निर्माण करना प्रस्तावित है। नहर के निर्माण कार्य पूर्ण होने पर इस परियोजना से 9.08 लाख है० भूमि सिंचित हो सकेगी एवं 194 MCM पीने के पानी की सुविधा भी उपलब्ध हो सकेगी एवं 103 MW बिजली का उत्पादन होगा साथ ही 27 MW सोलर पावर का उत्पादन होगा |
परियोजना के दूसरे चरण में कोठा बेराज, बीना काम्प्लेक्स व लोअर ऊर परियोजना को शामिल किया गया है। कोठा बैराज गाँव कोठा तहसील गंजवासोदा, जिला विदिशा मध्य प्रदेश में बेतवा नदी पर है जिसके
अन्तर्गत पम्पहाऊस व राइजींग मॅस प्रस्तावित है।
• बीना काम्प्लेक्स प्रोजेक्ट के अन्तर्गत चार भंडारण बांध बीना नदी पर माडिया एवं चकरपुर धसान नदी पर सेमरा घाट diversion तथा देहरा नाला पर देहरा बांध प्रस्तावित है।
लोअर ओर परियोजना के अन्तर्गत गाँव दिदाबनी, तहसील खनियाधाना जिला शिवपुरी में ऊर नदी पर 43 मौ० ऊंचा कंक्रीट बांध प्रस्तावित है
• इस परियोजना के पूरा होने पर क्षेत्र की 110509 है०. भूमि को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होगी एवं दतिया व शिवपुरी जिले के 285 गांवों को लाभ होगा। जिसमे शिवपुरी जिले की पिछोर तहसील के 88 गाँव, खनियाधाना तहसील के 104 गाँव व करेरा तहसील के 54 एवं दतिया जिले की दतिया तहसील के 39 गाँव लाभान्वित होगे।
• इस परियोजना का इब क्षेत्र 2723.7 है एवं इब क्षेत्र प्रभावित गांवों की संख्या 12 है.
• इस परियोजना में एक कैरियर नहर लम्बाई 50 कि. मी पूर्व में तथा वर्तमान में 66.64 किमी है जिसका निर्माण जारी है। इसके पूरे होने पर 110509 है, भूमि को सिचाई का लाभ मिल सकेगा एवं 6 MCM, घरेलू जल आपूर्ति भी प्रस्तावित है। इस परियोजना पर कुल खर्च 2657.04 करोड़ (2017-18 के अनुसार) का अनुमान है एवं इस परियोजना का लागत लाभ अनुपात 1.54:1 है।
लोअर ओर परियोजना के बारे मे नवीनतम जानकारी :-
परियोजना का प्रशासनिक अनुमोदन लोअर और परियोजना का बांध स्थल शिवपुरी जिले के खनियाधाना तहसील के दिदावनी ने गांव के पास स्थित है मध्य प्रदेश सरकार जल संसाधन विभाग द्वारा दबाब पाइप प्रणाली के साथ 90000 हेक्टेयर की सिंचाई के लिए 2017-18 मूल्य स्तर पर 2657.04 करोड़ रुपए की राशि का अनुमोदन मिल चूका है इस परियोजना से दतिया और शिवपुरी जिले के 285 गांव को लाभ होगा
बांध क्षेत्र - लोअर और परियोजना का जल संग्रहण क्षेत्र 1843 वर्ग किलोमीटर है प्रस्तावित बांध स्थल तक उप-बेसिन की 75% भरोसेमंद वर्षीक yield का मूल्यांकन 362.53 mcm के रूप में किया गया है बांध का FRLऔर LSL 380.00 मीटर और 358.00 मीटर है ग्रॉस एवं लाइव भंडारण क्षमता 371.80 MCM ओर 347.20 MCM है बांध की अधिकतम ऊंचाई नदी के सबसे कम तल स्तर से 43.0 मीटर है| लोअर ओर बांध की सफलता दर 80.65% (31 मे से 25) आँकी गयी है |
नहर :- प्रशासनिक अनुमोदन प्रस्ताव में 90000 हेक्टेयर क्षेत्र की सिंचाई के लिए ड्यूटी 0.35 लीटर/ सेकंड /हेक्ट को अपनाया गया है वर्तमान मे 110509 हेक्टेयर सिचाई प्रस्तावित है जिसमे परोच एवं बुधना कमांड क्षेत्र शामिल है लोवर और बांध की नेट उपलब्धता 21.578 MCM वाष्पीकरण हानि होने को छोड़कर 325.622 MCM है एवं कुल फसली जल आवश्यकता 330.58 MCM है
बेलेसिंग जलाशय :- मध्य प्रदेश सिचाई विभाग के आधिकारिओ ने अवगत कराया की बुधना एवं परोच बांध एवं उसके कमांड क्षेत्र को बैलेंसिंग जलाशय के रूप मे लोअर ओर परियोजना मे शामिल किया गया है |
लोअर उर केरियर कैनाल :- इस परियोजना के अंतर्गत 66.64 किमी केरियर कैनाल बनाई जा रही है जिसमें नहर के किनारों पर प्रस्तावित 10 नंबर पंप हाउसों द्वारा नहर का पानी उठाया जाएगा नहर का ऑफ टेकिंग लेवल 358.00 मीटर और कैनाल ग्रेडिएंट 1:9000 निर्धारित किया गया है नहर 31 गांव से होकर गुजरती है जिसमे 246.13 हेक्टेयर निजी भूमि व 19.90 हेक्टेयर वन विभाग की भूमि सम्मिलित है साथ ही ये भी उल्लेख है की आवश्यक हेड को बनाए रखने व नहर की कटिंग को न्यूनतम रखने हेतु कैरियर कैनाल की आरडी 47.40 किमी पर कैनाल के बेड लेवल को पंपिंग द्वारा 14.75 मीटर ऊपर उठाया गया है | 66.64 किमी से ग्रेविटी पाइपलाइन शुरू की गई है
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