तेज हवा के साथ ओलो की बरसात खेतो खड़ी फसल जमीदोंज
मुकेश प्रजापति
खनियाधाना। बामौरकलां में बुधवार की सुबह जब देश का अन्नदाता जागा तो आसमान में काली घटा देख मन विचलित हुआ और देखते देखते अंधेरा छा गया बूंदे गिरने लगी अचानक मौसम के रौद्र रूप धरा तेज हवाओं के साथ ओलो की बारिश शुरू हो गई नजारा ऐसा एक बुजुर्ग ने बताया ऐसा नजारा इस उम्र में पहली बार देखा करीब 15 से 20 मिनिट के इस तांडव में खेतों में खड़ी फसल,खलियानों में रखी लाक, फूसा सब जगह ओलो की चादर बिछ गई ।
हालांकि खेतो में 20 प्रतिशत ही फसल खड़ी थी जो पिछोनी थी जबकि मौसम चार दिन से बन रहा था थ्रेसर, हर्बेस्ट न मिलने से रोता रह गया अन्नदाता ।क्षेत्र में कई स्थानों में ज्यादा कही केवल पानी कही छोटे रूप में गिरे दिनभर आसमान में बादल छाते रहे मौसम साफ होगा इसकी भी गारंटी नही।बामौर कलां,चौका खेड़ा, विशुनपुरा, बुढ़ान पुर, भरसुला,विजरावन,मार आदि गांवों में रोते दिखे अन्नदाता।
मुकेश प्रजापति
खनियाधाना। बामौरकलां में बुधवार की सुबह जब देश का अन्नदाता जागा तो आसमान में काली घटा देख मन विचलित हुआ और देखते देखते अंधेरा छा गया बूंदे गिरने लगी अचानक मौसम के रौद्र रूप धरा तेज हवाओं के साथ ओलो की बारिश शुरू हो गई नजारा ऐसा एक बुजुर्ग ने बताया ऐसा नजारा इस उम्र में पहली बार देखा करीब 15 से 20 मिनिट के इस तांडव में खेतों में खड़ी फसल,खलियानों में रखी लाक, फूसा सब जगह ओलो की चादर बिछ गई ।
हालांकि खेतो में 20 प्रतिशत ही फसल खड़ी थी जो पिछोनी थी जबकि मौसम चार दिन से बन रहा था थ्रेसर, हर्बेस्ट न मिलने से रोता रह गया अन्नदाता ।क्षेत्र में कई स्थानों में ज्यादा कही केवल पानी कही छोटे रूप में गिरे दिनभर आसमान में बादल छाते रहे मौसम साफ होगा इसकी भी गारंटी नही।बामौर कलां,चौका खेड़ा, विशुनपुरा, बुढ़ान पुर, भरसुला,विजरावन,मार आदि गांवों में रोते दिखे अन्नदाता।
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