खनियाधाना के आसपास क्षेत्र में शासकीय स्कूल बंद होने पर भी आला अधिकारी नहीं कर रहे कार्यवाही कैसे सुधरे शिक्षा का स्तर
मुकेश प्रजापति :- खनियाधाना विकासखंड के अंतर्गत कई शासकीय विद्यालय ऐसे हैं कि कभी खुलते ही नहीं हमेशा ताले ही डले रहते हैं बच्चे स्कूल के बाहर बैठकर इंतजार करके निराश होकर घर वापस चले जाते हैं और कई स्कूल ऐसे भी हैं जो आए दिन कभी 1:00 बजे के पहले नहीं खुलते और 3:00 बजे ही बंद हो जाते हैं वही आज हमारी टीम ने कई विद्यालयों का निरीक्षण किया जिसमें शासकीय प्राथमिक विद्यालय विनेका के विद्यालय पर 12:15 पर पहुंचे तो विद्यालय बंद था पर पीछे से ही विद्यालय के एक शिक्षक धनश्याम जाटव आ टपके और आकर घबराहट में तत्काल स्कूल की घंटी बजा दी पर स्कूल की घंटी बजते ही स्कूली छात्र-छात्रा नहीं आए कुछ समय बाद जब स्कूल में छात्र छात्रा पहुंचे तो उनसे पूछा गया कि क्या आपका विद्यालय इसी समय खुलता है तो छात्र छात्राओं का कहना था कि हां हमारा विद्यालय 12 बजे के बाद ही खुलता है और 2:00 बजे बंद हो जाता है ना हमारे लिए खाना मिलता है नाही बैठने के लिए कोई व्यवस्था है और ना ही कोई पढ़ाई होती है जब इस संबंध में गांव वालों से भी चर्चा की तो गांव वालों का कहना भी यही था कि हां हमारे यहां का स्कूल 12:00 बजे के बाद खुलता है और किसी भी समय बंद हो जाता है हमारे विद्यालय में 2 शिक्षक पदस्थ है जिसमें से एक शिक्षक तो करीब 1 माह से आए ही नहीं एक शिक्षक आते हैं तो वह भी अपनी मनमर्जी का काम करते हैं और फिर इस संबंध में जब विद्यालय पर मौजूद शिक्षक धनश्याम जाटव से बात की तो शिक्षक का कहना था कि हमारी गाड़ी खराब हो गई थी इससे लेट हो गए हैं यह कहते हुए शिक्षक बचते नजर आए वही जो हमारी टीम आगे बढ़ी तो शासकीय प्राथमिक उन्न. विद्यालय शाला मानिकपुर पर पहुंचे तो मानिकपुर के तो विद्यालय में ताला ही डला मिला वहां के ग्रामीणों से पूछा तो ग्रामीणों का कहना था कि हमारे विद्यालय की तो स्थिति यह है कि जब कभी विद्यालय खुल जाए तो ठीक है नहीं तो कोई विद्यालय खोलने वाला नहीं है इस विद्यालय में 1 शिक्षक और एक शिक्षिका पदस्थ हैं पर घर बैठकर अपनी तनख्वाह तो पूरी ले रहे हैं पर बच्चों को पढ़ाने के नाम पर प्रशासन को ठेंगा बता रहे हैं और यहां पर मध्यान भोजन का तो कोई अता पता ही नहीं जब विद्यालय खुलता ही नहीं है तो मध्यान भोजन बनता ही कैसे होगा जब दोनों विद्यालय के संबंध में खनियाधाना बीआरसीसी विनोद गुप्ता से बात की तो उनका कहना था कि विद्यालय की फोटो खींचकर हमें व्हाट्सएप कर दो हम कार्रवाई करते हैं यह डीआरसीसी विनोद गुप्ता ने पहली बार नहीं कहा है जब भी हमारी टीम कभी विद्यालय का निरीक्षण करने जाती है तो निरीक्षण के दौरान जब बीआरसीसी को अवगत कराया जाता है तो बीआरसीसी विनोद गुप्ता यही कहते हैं कि हमारे लिए फोटो व्हाट्सएप कर दो पर कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं देखने को मिलता और मामला वही ले देकर रफा-दफा कर दिया जाता है आज भी वही हाल फिर बीआरसीसी ने किया की हमारे लिए व्हाट्सएप पर फोटो डाल दो मैं अभी हाल देखता हूं पर हमारी टीम द्वारा बीआरसीसी के व्हाट्सएप पर फोटो दोनों विद्यालय की फोटो सेंड तो कर दी पर खनियाधाना बीआरसीसी विनोद गुप्ता को फोटो देखने को तक फुर्सत नहीं मिली और अभी तक व्हाट्सएप पर फोटो नहीं देखी तो कार्यवाही क्या करेंगे अब समझ आ रहा है कि खनियाधाना बीआरसीसी विनोद गुप्ता सांठगांठ कर मामला वही सुल्ठा देंगे के चक्कर मे है और कार्रवाई के नाम पर शासन को ठेंगा दिखा देंगे तभी तो खनियाधाना तहसील व ग्रामीण स्तर का शिक्षा स्तर बराबर गिरता जा रहा है पर इस ओर कोई देखने वाला नहीं है और शासन शिक्षा की ओर शिक्षकों और आला अधिकारियों पर जोर दे रही है पर शिक्षक व आलाधिकारी अपने मन का काम कर रहे है और ऐसे मामला वहीं सुल्ठा कर रफा-दफा कर देते हैं
इनका कहना
एक काम करो की आप विद्यालय की फोटो खींचकर मेरे व्हाट्सएप नंबर पर भेज दो मैं अभी तत्काल कार्रवाई करवाता हूं या स्कूल पर पहुंचकर मैं तत्काल कार्रवाई करता हूं
विनोद गुप्ता बीआरसीसी खनियाधाना
मुकेश प्रजापति :- खनियाधाना विकासखंड के अंतर्गत कई शासकीय विद्यालय ऐसे हैं कि कभी खुलते ही नहीं हमेशा ताले ही डले रहते हैं बच्चे स्कूल के बाहर बैठकर इंतजार करके निराश होकर घर वापस चले जाते हैं और कई स्कूल ऐसे भी हैं जो आए दिन कभी 1:00 बजे के पहले नहीं खुलते और 3:00 बजे ही बंद हो जाते हैं वही आज हमारी टीम ने कई विद्यालयों का निरीक्षण किया जिसमें शासकीय प्राथमिक विद्यालय विनेका के विद्यालय पर 12:15 पर पहुंचे तो विद्यालय बंद था पर पीछे से ही विद्यालय के एक शिक्षक धनश्याम जाटव आ टपके और आकर घबराहट में तत्काल स्कूल की घंटी बजा दी पर स्कूल की घंटी बजते ही स्कूली छात्र-छात्रा नहीं आए कुछ समय बाद जब स्कूल में छात्र छात्रा पहुंचे तो उनसे पूछा गया कि क्या आपका विद्यालय इसी समय खुलता है तो छात्र छात्राओं का कहना था कि हां हमारा विद्यालय 12 बजे के बाद ही खुलता है और 2:00 बजे बंद हो जाता है ना हमारे लिए खाना मिलता है नाही बैठने के लिए कोई व्यवस्था है और ना ही कोई पढ़ाई होती है जब इस संबंध में गांव वालों से भी चर्चा की तो गांव वालों का कहना भी यही था कि हां हमारे यहां का स्कूल 12:00 बजे के बाद खुलता है और किसी भी समय बंद हो जाता है हमारे विद्यालय में 2 शिक्षक पदस्थ है जिसमें से एक शिक्षक तो करीब 1 माह से आए ही नहीं एक शिक्षक आते हैं तो वह भी अपनी मनमर्जी का काम करते हैं और फिर इस संबंध में जब विद्यालय पर मौजूद शिक्षक धनश्याम जाटव से बात की तो शिक्षक का कहना था कि हमारी गाड़ी खराब हो गई थी इससे लेट हो गए हैं यह कहते हुए शिक्षक बचते नजर आए वही जो हमारी टीम आगे बढ़ी तो शासकीय प्राथमिक उन्न. विद्यालय शाला मानिकपुर पर पहुंचे तो मानिकपुर के तो विद्यालय में ताला ही डला मिला वहां के ग्रामीणों से पूछा तो ग्रामीणों का कहना था कि हमारे विद्यालय की तो स्थिति यह है कि जब कभी विद्यालय खुल जाए तो ठीक है नहीं तो कोई विद्यालय खोलने वाला नहीं है इस विद्यालय में 1 शिक्षक और एक शिक्षिका पदस्थ हैं पर घर बैठकर अपनी तनख्वाह तो पूरी ले रहे हैं पर बच्चों को पढ़ाने के नाम पर प्रशासन को ठेंगा बता रहे हैं और यहां पर मध्यान भोजन का तो कोई अता पता ही नहीं जब विद्यालय खुलता ही नहीं है तो मध्यान भोजन बनता ही कैसे होगा जब दोनों विद्यालय के संबंध में खनियाधाना बीआरसीसी विनोद गुप्ता से बात की तो उनका कहना था कि विद्यालय की फोटो खींचकर हमें व्हाट्सएप कर दो हम कार्रवाई करते हैं यह डीआरसीसी विनोद गुप्ता ने पहली बार नहीं कहा है जब भी हमारी टीम कभी विद्यालय का निरीक्षण करने जाती है तो निरीक्षण के दौरान जब बीआरसीसी को अवगत कराया जाता है तो बीआरसीसी विनोद गुप्ता यही कहते हैं कि हमारे लिए फोटो व्हाट्सएप कर दो पर कार्रवाई के नाम पर कुछ भी नहीं देखने को मिलता और मामला वही ले देकर रफा-दफा कर दिया जाता है आज भी वही हाल फिर बीआरसीसी ने किया की हमारे लिए व्हाट्सएप पर फोटो डाल दो मैं अभी हाल देखता हूं पर हमारी टीम द्वारा बीआरसीसी के व्हाट्सएप पर फोटो दोनों विद्यालय की फोटो सेंड तो कर दी पर खनियाधाना बीआरसीसी विनोद गुप्ता को फोटो देखने को तक फुर्सत नहीं मिली और अभी तक व्हाट्सएप पर फोटो नहीं देखी तो कार्यवाही क्या करेंगे अब समझ आ रहा है कि खनियाधाना बीआरसीसी विनोद गुप्ता सांठगांठ कर मामला वही सुल्ठा देंगे के चक्कर मे है और कार्रवाई के नाम पर शासन को ठेंगा दिखा देंगे तभी तो खनियाधाना तहसील व ग्रामीण स्तर का शिक्षा स्तर बराबर गिरता जा रहा है पर इस ओर कोई देखने वाला नहीं है और शासन शिक्षा की ओर शिक्षकों और आला अधिकारियों पर जोर दे रही है पर शिक्षक व आलाधिकारी अपने मन का काम कर रहे है और ऐसे मामला वहीं सुल्ठा कर रफा-दफा कर देते हैं
इनका कहना
एक काम करो की आप विद्यालय की फोटो खींचकर मेरे व्हाट्सएप नंबर पर भेज दो मैं अभी तत्काल कार्रवाई करवाता हूं या स्कूल पर पहुंचकर मैं तत्काल कार्रवाई करता हूं
विनोद गुप्ता बीआरसीसी खनियाधाना
Post a Comment